महाराष्ट्र : जेएनपीए से पुराने पुणे हाइवे तक एक नया स्पेशल हाइवे; 2,900 करोड़ रुपये की लागत
A new special highway is being built from JNPA to the old Pune highway. Total cost Rs 2,900 crore
देश के पांच प्रमुख बंदरगाहों में से एक जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (जेएनपीए) पर आने वाले कंटेनरों के ट्रैफिक को कम करने की तैयारी है। इसके लिए जेएनपीए से पुराने पुणे हाइवे तक एक नया स्पेशल हाइवे बनाया जा रहा है। कुल 2,900 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 29 किलोमीटर लंबे इस हाइवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से किया जाएगा।
मुंबई: देश के पांच प्रमुख बंदरगाहों में से एक जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (जेएनपीए) पर आने वाले कंटेनरों के ट्रैफिक को कम करने की तैयारी है। इसके लिए जेएनपीए से पुराने पुणे हाइवे तक एक नया स्पेशल हाइवे बनाया जा रहा है। कुल 2,900 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 29 किलोमीटर लंबे इस हाइवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से किया जाएगा।
क्यों बनाया जा रहा ये हाइवे
दअसल हर रोज पांच हजार से अधिक कंटेनर और ट्रक पुणे की ओर जेएनपीए आते हैं। उतनी ही संख्या में ट्रक उत्तर से ठाणे की ओर आते हैं। इन दोनों दिशाओं से आने वाले ट्रक ठाणे-बेलापुर रोड या पुणे एक्सप्रेसवे से पनवेल या बेलापुर, खारघर क्षेत्रों की सड़कों का उपयोग करते हैं। इस प्रकार प्रतिदिन 10,000 मालवाहक वाहन इस क्षेत्र से गुजरते हैं। इससे जाम की स्थिति पैदा होती है और स्थानीय लोगों को भी परेशानी होती है। यह समस्या जल्द ही हल हो जाएगी। एनएचएआई ने इसकी योजना बना ली है।
क्या है योजना?
जेएनपीए के पास पगोटे और पुराने मुंबई-पुणे हाइवे के चौराहे के बीच एक नया हाइवे बनाया जाएगा। पगोटे नेशनल हाइवे 348 पर स्थित है। जो बेलापुर से जेएनपीए तक, जेएनपीए रोड पर आता है। यह नया हाइवे वहां से सीधे गोल चक्कर तक 29.219 किलोमीटर लंबा होगा। यह हाइवे मुख्यतः एलिवेटेड होगा। इसमें एक सतही सड़क और दो सुरंगें होंगी। यह हाइवे 60 मीटर चौड़ा और छह लेन का होगा। इसका मतलब यह होगा कि दक्षिण (पुणे की ओर) से आने वाले वाहनों को पनवेल या बेलापुर तक आने की जरूरत नहीं होगी। वे सीधे जेएनपीए तक पहुंच सकेंगे। इसी तरह, उत्तर दिशा से आने वाले वाहन भी ठाणे-बेलापुर रोड पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से बचकर पुराने पुणे हाइवे से चौराहे तक पहुंच सकेंगे और दस मिनट में सीधे जेएनपीए पहुंच सकेंगे।
इस हाइवे पर होंगे तीन इंटरचेंज
नेशन हाइवे 348 पर चिरनेर, गोवा नेशनल हाइवे और मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को इस हाइवे के माध्यम से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा 'अटल सेतु' के जरिए आने वाले वाहन भी चिरनेर के पास से इस हाइवे तक पहुंच सकेंगे। चूंकि यह पूरी तरह से नया हाइवे है, इसलिए इसे एनएचएआई की ओर से 'ए' श्रेणी राजमार्ग के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
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