मुंबई पुलिस एक्टर हमले के आरोपी शरीफुल इस्लाम का फेस रिकॉग्नाइजेशन टेस्ट कराएगी
Mumbai Police will conduct face recognition test of actor attack accused Shariful Islam
सैफ अली के घर में घुसने वाला और पकड़ा गया आरोपी एक ही हैं? इस सस्पेंस को सुलझाने के लिए मुंबई पुलिस एक्टर हमले के आरोपी शरीफुल इस्लाम का फेस रिकॉग्नाइजेशन टेस्ट (एफआरटी) कराएगी। शुक्रवार को मुंबई पुलिस ने कोर्ट को बताया कि सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार बांग्लादेशी व्यक्ति का चेहरा पहचानना है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह अभिनेता की बांद्रा स्थित इमारत से सीसीटीवी फुटेज में देखा गया व्यक्ति है।
मुंबई : सैफ अली के घर में घुसने वाला और पकड़ा गया आरोपी एक ही हैं? इस सस्पेंस को सुलझाने के लिए मुंबई पुलिस एक्टर हमले के आरोपी शरीफुल इस्लाम का फेस रिकॉग्नाइजेशन टेस्ट (एफआरटी) कराएगी। शुक्रवार को मुंबई पुलिस ने कोर्ट को बताया कि सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार बांग्लादेशी व्यक्ति का चेहरा पहचानना है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह अभिनेता की बांद्रा स्थित इमारत से सीसीटीवी फुटेज में देखा गया व्यक्ति है। बता दें कि पकड़े गए आरोपी के पिता ने दावा किया है कि एक्टर के घर में कोई और घुसा था, जिसका चेहरा सीसीटीवी फुटेज में नजर आया था।
पुलिस ने शु्क्रवार को आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर (30) को मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया, जिसने उसकी पुलिस हिरासत 29 जनवरी तक बढ़ा दी।
कोर्ट में पुलिस ने क्या कहा
शरीफुल को 19 जनवरी को बॉलीवुड स्टार के घर में चोरी के इरादे से घुसने और उन पर कई बार चाकू से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मुंबई पुलिस के वकील के एस पाटिल और प्रसाद जोशी ने कोर्ट को बताया कि आरोपी के चेहरे की पहचान करने की जरूरत है। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि सैफ अली के सदगुरु शरण वाले घर में आरोपी के पैर के निशान मिले हैं, जिससे आरोपी के पैर से मिलान किया जाना बाकी है। आरोपी ने हमले के दौरान जो जूते पहने थे, वे अभी तक बरामद नहीं हुए हैं।
चाकू का गायब हिस्सा नहीं मिला!
पुलिस ने अदालत को बताया कि अपराध में इस्तेमाल किए गए चाकू का गायब हिस्सा अभी तक बरामद नहीं हुआ है और आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। मुंबई पुलिस की ओर से दलील दी गई कि शरीफुल का बांग्लादेशी ड्राइविंग लाइसेंस बरामद कर लिया गया है, जो पुष्टि करता है कि वह पड़ोसी देश का रहने वाला है। अब उस व्यक्ति की तलाश की जा रही है, जिसने उसे विजय दास के नाम से फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाने में मदद की थी।
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